Budget 2025 : राष्ट्रपति के अभिभाषण से बजट सत्र शुरु, 1 फरवरी को पेश होगा आम बजट, 6 बड़े ऐलान हो सकते हैं

- राष्ट्रपति के अभिभाषण से बजट सत्र शुरु
- 6 बड़े ऐलान जो इस बजट में हो सकते हैं
- पहली बार संसद सत्र से पहले कोई विदेश से कोई चिंगारी नहीं उठी: पीएम मोदी
बिहार न्यूज : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट 1 फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा। संसद में बजट सत्र की शुरुआत शुक्रवार, 31 जनवरी को हो चुकी है. बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से हुई. राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में दोनों सदनों को संबोधित किया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सुबह 11 बजे संसद में बजट पेश करेंगी। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के दूसरे पूर्ण बजट को लेकर हर वर्ग की निगाहें टिकी हुई है।
जिसमें मध्यम वर्ग को कर राहत मिलने की उम्मीद है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोाधित करते हुए संविधान निर्माताओं को नमन किया और प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी आमास्या के दिन हुए हादसे पर दुख जताया. उन्होंने कहा किसानों के हित में कई निर्णय हुए. सरकार युवाओं, गरीबों के लिए काम कर रही है.
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रही है. देश तेज गति से आगे बढ़ रहा है. किसान, गरीब सरकार की प्राथमिकता रही है. एक देश एक चुनाव पर सरकार काम कर रही है. सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन का निर्णय लिया है. इससे केंद्र सरकार के कर्मचारियों को बहुत फायद मिलेगा. डिजिटल धोखाधड़ी, साइबर अपराध और ‘डीपफेक' सामाजिक, आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती. इंडिया एआई मिशन शुरू किया गया है. एआई डिजिटल तकनीक में भारत दुनिया को रास्ता दिखा रहा है.
1. सस्ता-महंगा: पेट्रोल-डीजल की कीमतें घट सकती हैं
2. इनकम टैक्स: 10 लाख रुपए तक की सालाना इनकम टैक्स फ्री हो सकती है
3. योजनाएं: PM किसान सम्मान निधि 6 हजार से बढ़कर 12 हजार हो सकती है
4. नौकरी: ग्रामीण इलाके के ग्रेजुएट युवाओं के लिए इंटर्नशिप
5. हेल्थ: मेडिकल कॉलेजों में 75 हजार सीटें जोड़ने का रोडमैप
6. मकान: सस्ते घर खरीदने की प्राइस लिमिट बढ़ सकती है
वहीं बजट सत्र से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष पर इशारों में विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, आज एक बात आपने जरूर नोट की होगी, शायद 2014 से लेकर अबतक शायद एक पहला संसद का सत्र है कि जिसके एक दो दिन पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं पहुंची है। 2014 से हर सत्र से पहले शरारत करने के लिए लोग तैयार बैठे रहते थे, यहां उनको हवा देने वालों की कमी नहीं है। ये पहला सत्र मैं पिछले 10 साल के बाद देख रहा हूं कि किसी भी विदेशी कोने से कोई चिंगारी नहीं उठी।