Bihar Politics : प्रशांत किशोर ने बदलाव की भरी हुंकार, 10 दिन में करेंगे ऐसा, गांधी मैदान में खाली रह गई कुर्सियां, ‘बदलाव रैली’ फ्लॉप ?

- खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा
- प्रशासन ने धोखा दिया, इनको सबक सिखाएंगे
पटना न्यूज : चुनावी रणनीतिकार से नेता बने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आज पटना के गांधी मैदान में बदलाव की हुंकार भरी। जन सुराज की ‘बदलाव रैली’ को संबोधित करते हुए पीके ने बिहार में बदलाव का आह्वान किया. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने फिर एक यात्रा की घोषणा की और कहा कि वह जल्दी ही बिहार की यात्रा पर निकलेंगे. उन्होंने कहा कि 10 दिन में फिर बिहार की यात्रा पर निकलेंगे।
दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जन सुराज की यह पहली रैली थी जिसमें 10 लाख की भीड़ आने का दावा किया गया था। लेकिन गांधी मैदान में लोगों की अपेक्षा से बहुत ही कम उपस्थिति रही. गांधी मैदान में लाखों लोगों को पहुंचाने का दावा लगातार प्रशांत किशोर करते रहे थे. लेकिन आज जब बदलाव रैली की शुरुआत हुई तो गांधी मैदान के अंदर मुश्किल से हजारों की संख्या में ही लोग नजर आए जबकि लाखों का दावा किया गया था. . यह लोग बिहार के विभिन्न जिलों से आए हुए थे. प्रशांत किशोर ने प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया और रैली में आए लोगों को पटना से बाहर ही रोकने का आरोप लगाया.
वहीं पार्टी के नेताओं से जब पूछा गया कि आपने 10 लाख लोगों को गांधी मैदान आने का दावा किया था तो फिर क्या हुआ? इस पर पार्टी नेताओं का कहना था कि बिहार में जगह-जगह जाम में हमारे कार्यकर्ता और नेता फंस गए. जबकि प्रशांत किशोर ने प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि रैली में आए लोगों को पटना से बाहर ही रोक दिया गया।
प्रशांत किशोर करीब 4 घंटे देरी से पहुंचे। जिसके लिए उन्होने पटना प्रशासन और सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। उन्होने कहा कि कोई इंतजाम नहीं किए। लोग घंटों जाम में फंसे रहे। आप लोगों से मिलने नहीं दिया। ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना है। पीके ने कहा कि नीतीश सरकार और पटना प्रशासन ने आप लोगों को मुझसे रोकने की साजिश रची है। प्रशासन का कोई इंतजाम नहीं है। घंटों बसें जाम में फंसी है। इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा।
रैली में प्रशांत किशोर ने लोगों से आह्वान किया कि जैसे लालू का जंगलराज खत्म किए, वैसे ही नीतीश के अफसरों का राज उखाड़ने का संकल्प लीजिए। पांच घंटा गांधी मैदान में रुकेंगे, एक-एक आदमी से मिलेंगे जो आए हैं। प्रशांत किशोर ने रैली में कहा कि पिछली बार कहा था कि प्रशासन पर केस करेंगे तो आकर समझौता किया था, कि हमारी क्या गलती है। आज फिर प्रशासन ने धोखा दिया है। इनको सबक सिखाएंगे।
पीके ने कहा कि प्रशासन की मदद से नीतीश ने लोगों को रोकने का काम किया है। जो शादी कराता है, वही श्राद्ध कराता है। 2015 में हम मदद नहीं किए होते तो आज नीतीश कुमार कहीं संन्यास लेकर बैठे होते। आज होशियार बन रहे हैं। इनका राजनीतिक श्राद्ध जन सुराज करेगी।