Motihari News : अपने पिता के सपनों को साकार करने मोतिहारी पहुंचे किशोर कुणाल के पुत्र सायन कुणाल, बन रहा विश्व का सबसे बड़ा विराट रामायण मंदिर

- विश्व के सबसे बड़े विराट रामायण मंदिर का निर्माण
- उनके सपनों के मंदिर का निर्माण जरूर करवाएंगे
- मंदिर के निर्माण में 500 करोड़ का खर्च
मोतिहारी न्यूज़ : अपने पिता के सपनों को साकार करने व उसे अमलीजामा पहनाने और विश्व के सबसे बड़े विराट रामायण मंदिर निर्माण कार्य का प्रगति रिपोर्ट लेने सायन कुणाल मोतिहारी पहुंचे।
बिहार के जाने माने संत व महावीर मंदिर के पूर्व सचिव किशोर कुणाल के पुत्र सायन कुणाल आज अपने एक दिवसीय यात्रा के क्रम में मोतिहारी जिले के केसरिया के कैथवलिया गांव पहुंचे। जहां उन्होंने अपने पिता आचार्य किशोर कुणाल द्वारा बनवाए जा रहे विश्व के सबसे बड़े , लंबे व ऊंचे मंदिर के निर्माण कार्य का जायजा लिया व यहां के अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए ।
जी हां जिस सपने को आचार्य किशोर कुणाल ने अधूरा छोड़ा था उस सपने यानी विश्व के सबसे बड़े व ऊंचे मंदिर के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करवाने का बीड़ा अब उनके पुत्र सायन कुणाल ने उठाया है और उसे मूर्त रूप देने के लिए वे कृत संकल्पित है और इसी कड़ी में उन्होंने एक बार फिर कैथवलिया में जहां विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है वहां पहुंचे व इस कार्य की समीक्षा रिपोर्ट निर्माण कार्य मे लगे अधिकारियों से ली व उन्हें कई दिशा निर्देश दिया व इस मंदिर निर्माण कार्य को समय रहते पूरा करने का निर्देश दिया ।
वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर सायन कुणाल ने बताया कि भले ही ब्यव्यक्ति जिंदा नहीं रहता है लेकिन उनका मार्गदर्शन ,सोच, आदर्श व आशीर्वाद जरूर जिंदा रहता है ।हमलोग कुणाल जी के सच्चे सिपाही है और उनके सपनों के मंदिर का निर्माण जरूर करवाएंगे और पूर्वी चंपारण में उनके द्वारा बनवाए जा रहे विश्व के सबसे बड़े व विशाल विराट रामायण मंदिर का निर्माण समय पूर्व करवाएंगे ।
उन्होंने कहा कि उनके पिताजी और यहां के ग्रामीणों का सपना है कि कैथवलिया में उनके सपनों का मंदिर बने। जिसका निर्माण कार्य लगातार जारी है और नियत समय मे उसे पूरा किया जाएगा । उन्होंने मंदिर निर्माण में आ रही दिक्कतों का समाधान जल्द से जल्द कर लेने की भी बात कही और कहा कि छह से आठ माह में यहां विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग का निर्माण तमिलनाडु के महाबलीपुरम में बन रहा है। जिसकी ऊंचाई 33 फिट ,गोलाई 33 फिट और 210 मैट्रिक टन इसका वजन होगा ।
यहां हम आपको बता दे कि इस मंदिर के निर्माण में 500 करोड़ का खर्च अनुमानित हैं और इसके लिए 125 एकड़ जमीन की आवश्यकता है जिसमें 110 एकड़ जमीन मंदिर के पास उपलब्ध है । बाकी जमीन का अधिग्रहण कार्य प्रगति पर है । निर्माण कार्य पूरा होने पीकर इस मंदिर का ऊंचाई 270 फिट होगा 1,080 फुट लंबा ,540 फिट ऊंचा होगा ।।