Bihar News : गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में फाइनल ईयर की छात्रा ने की आत्महत्या, कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

- शिक्षक द्वारा टॉर्चर किया जा रहा था
- कॉलेज प्रशासन सवालों के घेरे में
- क्या यही है बिहार के शिक्षा संस्थानों की सच्चाई ?
शिवहर न्यूज : खबर शिवहर जिले से है, जहां देर शाम गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज छतौना, शिवहर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। कॉलेज की फाइनल ईयर की छात्रा आकांक्षा कुमारी ने कमरा संख्या 317, तीसरी मंज़िल पर आत्महत्या कर ली। वह मुजफ्फरपुर की रहने वाली थी। आकांक्षा 21 बैच की 8वें सेमेस्टर की छात्रा थी और इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट से जुड़ी हुई थी। घटना के बाद कॉलेज परिसर में अफरा-तफरी मच गई। छात्रों में भारी आक्रोश है और वे लगातार कॉलेज प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।
पुत्री की मौत की खबर सुनते ही आकांक्षा के पिता तारकेश्वर प्रसाद साही शिवहर पहुंचे हैं। जहां परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के पिता ने कहा कि सेमेस्टर सही समय पर नहीं होने के कारण शिक्षकों द्वारा दो-दो माह में ही सेमेस्टर के सारे कोर्स खत्म करने एवं एक शिक्षक द्वारा कम नंबर देने की बात कह कर टॉर्चर किया जा रहा था।
हादसे के बाद मौके पर पहुंचे डीएम और एसपी ने स्थिति का जायजा लिया और जांच के आदेश दिए हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कॉलेज के अकादमिक इंचार्ज अभय कुमार फरार बताए जा रहे हैं, जबकि कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. केशवेंद्र चौधरी पूरी घटना पर चुप्पी साधे हुए हैं।
छात्रों का आरोप है कि कॉलेज में मानसिक दबाव, बेरुखी, और प्रशासनिक उदासीनता एक आम बात बन चुकी है। आकांक्षा की आत्महत्या क्या किसी गहरी साज़िश का संकेत है, या फिर यह सिस्टम की संवेदनहीनता का एक और उदाहरण ?
छात्रों ने इस घटना के बाद प्रदर्शन शुरू कर दिया है और अभय कुमार की गिरफ्तारी व उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं सवाल यह भी उठ रहे हैं कि कॉलेज परिसर में एक छात्रा इतनी बड़ी कदम कैसे उठा सकी और किसी को भनक तक क्यों नहीं लगी? क्या कोई सुसाइड नोट मिला? क्या यह केवल आत्महत्या है या कोई दबाव-प्रेरित मजबूरी? प्रशासन को चाहिए कि मामले की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच कराए और यदि इसमें किसी की जिम्मेदारी तय होती है, तो कड़ी कार्रवाई हो।