Bihar Politics : बिहार कांग्रेस के नए अध्यक्ष राजेश कुमार का सदाकत आश्रम में भव्य स्वागत, कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह का माहौल

- हमारी पहली जिम्मेदारी संगठन को मजबूत करना
- विधानसभा चुनाव में असर देखने को मिल सकता है
- राजेश कुमार की प्राथमिकताएं
पटना न्यूज : बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष राजेश कुमार आज पटना स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, सदाकत आश्रम पहुंचे। यह उनकी अध्यक्ष बनने के बाद पहली सदाकत आश्रम यात्रा थी, जहां कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भव्य स्वागत किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह का माहौल देखने को मिला।
औरंगाबाद जिले के कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे राजेश कुमार को हाल ही में बिहार कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कांग्रेस में एक समर्पित और जमीनी नेता के रूप में उनकी पहचान है। सदाकत आश्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राजेश कुमार ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और कांग्रेस की ऐतिहासिक विरासत को नमन किया। उन्होंने कहा कि यह वही भूमि है जहां से स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी की लड़ाई लड़ी। मैं अपने पुरखों और कांग्रेस की गौरवशाली परंपरा को नमन करता हूं।
उन्होंने पार्टी की प्राथमिकताओं पर चर्चा करते हुए कहा कि
हमारी पहली जिम्मेदारी संगठन को मजबूत करना और जनहित के मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है। बिहार में रोजगार, गरीबों के आवास, और दलित-पिछड़ों के अधिकारों पर चर्चा नहीं हो रही। हम इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
सदाकत आश्रम में उनके स्वागत के लिए सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। यह यात्रा कांग्रेस के लिए राजनीतिक और संगठनात्मक रणनीति निर्माण के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिल सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए दलित समुदाय को साधने के लिए यह रणनीतिक नियुक्ति की है। कांग्रेस इसे एक संगठनात्मक पुनर्गठन का हिस्सा मान रही है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने दलित, पिछड़ों और वंचितों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। बिहार में कांग्रेस को एक मजबूत विकल्प बनाने के लिए हर कार्यकर्ता को मेहनत करनी होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिहार में जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय कांग्रेस के प्रमुख मुद्दे होंगे। हम जनता से सीधा संवाद करेंगे और उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे।