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    Patna News : पटना में दो दारोगा गिरफ्तार, निगरानी विभाग की कार्रवाई से पुलिस विभाग में मचा हड़कंप

    BNP डेस्क 2025-02-07 07:52:19 राज्य

      पटना न्यूज : बिहार की राजधानी पटना के दो दारोगा की कहानी जानकार हैरान रह जाएंगे। सुबह में बाइक चोर पकड़ा और रात में खुद ही अरेस्ट हो गया। दरअसल पटना में निगरानी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की. रूपसपुर थाने के दो एसआई, फिरदौस आलम और रंजीत कुमार को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. निगरानी की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है.

      दरअसल पटना के रूपसपुर थाने के दो एसआई, फिरदौस आलम और रंजीत कुमार, गुरुवार को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। निगरानी ब्यूरो ने उन्हें शास्त्रीनगर के हड्डी अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया। ये दोनों एक शिकायतकर्ता तुषार कुमार पांडेय से पैसे ले रहे थे।


      निगरानी विभाग की टीम ने यह कार्रवाई गुरुवार की शाम राजधानी पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र स्थित पुनाइचक में की. बताया जा रहा है कि ये दोनों सब इंस्पेक्टर पीड़ित से केस मैनेज के रुपये ले रहे थे. उसी समय विजिलेंस की टीम ने धावा बोल दिया और दोनों सब इंस्पेक्टर को रंगे हाथ की गिरफ्तार कर लिया.

      केस मैनेज के लिए 50 हजार की डिमांड

      निगरानी विभाग के अनुसार एक पीड़ित ने बुधवार को शिकायत की थी. बताया जा रहा है कि इस पीड़ित पर एक शख्स ने रुपये लेने का आरोप लगाते हुए रूपसपुर थाना में केस दर्ज कराया था. इसी केस को मैनेज करने के लिए दारोगा के द्वारा घूस की मांग की गयी थी. मामले की जांच करने पर शिकायत सही साबित हुई. निगरानी ब्यूरो की टीम ने गुरुवार शाम को शास्त्रीनगर स्थित हड्डी अस्पताल के पास जाल बिछाया था। जैसे ही तुषार कुमार पांडेय ने दोनों एसआई को पैसे दिए, टीम ने उन्हें धर दबोचा। पांडेय पर राहुल कुमार ने पैसे के लेनदेन से जुड़ा एक मामला दर्ज करवाया था। इसी मामले में दोनों एसआई ने पांडेय से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। बताया जा रहा है कि पांडेय ने ही निगरानी ब्यूरो को इसकी सूचना दी थी।

      सुबह में बने हीरो और रात में विलेन

      सब इंस्पेक्टर रंजीत कुमार और फिरदौस आलम पटना के रूपसपुर थाना में पदस्थापित थे. फिरदौस आलम 2019 बैच के एसआई हैं और करीब दो साल से रूपसपुर थाने में तैनात थे। रंजीत कुमार 2020 बैच के प्रशिक्षु एसआई हैं और लगभग छह महीने से रूपसपुर थाने में ही कार्यरत थे। गिरफ्तारी के कुछ घंटे पहले ही, दोनों एसआई ने एएसपी भानु प्रताप सिंह के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग लिया था। बता दें कि इन दिनों निगरानी विभाग की टीम के द्वारा लगातार भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है.

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