Saharsa Crime : आत्महत्या और हत्या में फंसी आशीष की मौत, मामले का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती, पुलिस हर पहलू पर कर रही पड़ताल

सहरसा क्राइम : सहरसा के सदर थाना क्षेत्र के तिवारी टोला (मिश्रा टोला) निवासी मनोज मिश्र के पुत्र आशीष मिश्रा की पटना में देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। आशीष का शव सहरसा लाया गया और सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। मृतक के पिता ने अज्ञात अपराधी के खिलाफ हत्या करने का आरोप लगाया है। जबकि, पहले आशीष द्वारा खुद को गोली मार कर आत्महत्या करने की अफवाह फैलाई गई। फिलहाल, अज्ञात अपराधी द्वारा गोली मार कर आशीष की हत्या करने की बात सामने आने के बाद पुलिस के लिए मामले का खुलासा करना चुनौती बन गई।
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बीते चार फरवरी को गोलीबारी की घटना के बाद से पुलिस लगातार अनुसंधान कर रही है। पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल पर जांच कर रही है। हालांकि अभी तक पुलिस को घटना में इस्तेमाल हथियार नहीं मिला है। घटना को लेकर भी कई तरह की बातें कहीं जा रही हैं। वहीं इलाज के दौरान पटना में पुलिस को दिए बयान में आशीष कुमार मिश्र के पिता मनोज कुमार मिश्र ने कहा कि चार फरवरी को दोपहर तीन बजे आंगन में खाना खा रहे थे। इसी दौरान गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब दरवाजे पर निकले तो देखा कि आशीष घर के बगल सोहजन के पेड़ समीप जमीन पर गिरा हुआ है। करीब जाने पर देखा की उसका सिर खून से भींगा हुआ है। जिसके बाद मैं और आसपास के लोग उसे बाइक पर बिठाकर नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया। पुलिस मृतक के पिता के बयान पर कार्रवाई करने में जुटी हुई है।
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सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि युवक की मौत हो गई है। पुलिस की अनुसंधान जारी है। पुलिस घरेलू विवाद, सुसाइड, हत्या, सरस्वती पूजा सहित अन्य पहलुओं पर जांच पड़ताल कर रही है। वहीं पिता द्वारा हत्या का आरोप लगाने के बाद मामले की सच्चाई सामने लाना पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। यहां बताते चले कि मृतक आशीष का भी आपराधिक इतिहास रहा है। आशीष वर्ष 2020 में आरएम कालेज परिसर में हुए मिक्की चौबे हत्याकांड का नामजद अभियुक्त था। मृतक की मां के बयान पर आशीष सहित कई अन्य नामजद किया गया था। पुलिस अधीक्षक ने आशीष की हत्या को गंभीरता से लेते हुए पुलिस पदाधिकारियों को हर पहलुओं से जांच कर सच्चाई का पता लगाने के निर्देश दिए हैं।