Motihari News : कार्यकारिणी के पांच सदस्यों का इस्तीफा देने से सहकारिता विभाग में हड़कंप

- पांच सदस्यों के इस्तीफा देने से सहकारिता विभाग में हड़कंप
- लोन की जिम्मेदारी पैक्स अध्यक्ष/प्रबंधक की होती है
मोतिहारी न्यूज : बिहार सरकार के द्वारा किसानों की हितों में चलाई गई एक महत्वपूर्ण पैक्स योजना के नियमावली के भय से मोतिहारी में पैक्स के कार्यकारिणी सदस्यों को द्वारा इस्तीफा देने की सिलसिला जारी हो गया है। पूर्वी चंपारण जिले के फेनहर प्रखंड क्षेत्र के रूपौलिया पैक्स के नवनिर्वाचित 7 कार्यकारिणी सदस्यों में से पांच सदस्यों का इस्तीफा देने से सहकारिता विभाग में हड़कंप मच गया है।
वहीं इस्तीफा दिये रुपौलिया पैक्स कार्यकारिणी के सदस्यों ने बताया पैक्स में धान क्रय या उर्वरक कारोबार के लिए कोऑपरेटिव विभाग से लोन लिया जाता है। जिसका पूर्णत: जिम्मेदारी पैक्स अध्यक्ष, पैक्स प्रबंधक समेत पैक्स कार्यकारी सदस्यों की होती है। जिस कारण नवनिर्वाचित पैक्स अध्यक्ष पर हमारा विश्वास नहीं है। लोन उठाकर कभी गबन न कर लें क्योंकि निर्वाचित होने के बाद से कभी आम सभा या कार्यकारिणी की बैठक उनके द्वारा नहीं बुलाई गई है। सभी प्रकार की बैठक या प्रस्ताव स्वयं पारित कर लेते हैं।
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तो फिर लोन का जिम्मेदार हम भी होंगे, जिस कारण हमें भय है। इसलिए लोन निकासी के पूर्व हम अपना इस्तीफा स्वेच्छा से बिना किसी के भय से दे रहे हैं। वहीं जिला सहकारिता पदाधिकारी के द्वारा सदस्यों की इस्तीफा के बाद 9 जनवरी को पत्र के माध्यम से फेनहारा प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी को निर्देश में कहा गया कि रुपौलिया पैक्स सदस्यों की इस्तीफा के बाद रूपौलिया प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति लिमिटेड के प्रबंध समिति को भंग कर प्रशासक नियुक्त किया जाए। अब पुनः जिला सहकारिता पदाधिकारी के द्वारा पत्र जारी कर 4 जनवरी को इस्तीफा दिए गए सदस्यों को अपने कार्यालय बुलाया गया। जहां उनकी एक न सुनी गई ऐसे में निराश होकर पुनसहना देर संध्या घर लौटे।
दरअसल सोसाइटी एक्ट के तहत पैक्स के द्वारा कार्यकारिणी की बैठक के उपरांत प्रस्ताव पारित की सच्ची प्रतिलिपिनके साथ कागजात देने के बाद धान अधिप्राप्ति या उर्वरक कारोबार के लिए कोऑपरेटिव बैंक के द्वारा लोन पैक्स को प्रदान किया जाता है। जिस कारण लोन की राशि की जिम्मेदारी पैक्स अध्यक्ष/प्रबंधक समेत कार्यकारिणी के तमाम सदस्यों की होती है। ऐसे में बीते वर्ष 2024 में जिले के छौरादानो प्रखंड में धान अधिप्राप्ति के गरबरी में दो पैक्स,केसरिया-चकिया पकड़ीदयाल प्रखड़ो समेत कई पैक्स पर धान अधिप्राप्ति के लिए दिए गए। लोन की गड़बड़ी को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद कई पैक्स अध्यक्ष/प्रबंधक एवं कार्यकारिणी के सदस्यों को जेल भी जाना पड़ा था।