Motihari News : मोतिहारी में अजब प्रेम की गजब कहानी, 85 वर्षीय पति की मौत की खबर सुनकर 80 वर्षीय पत्नी ने भी तोड़ा दम, एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार

- पति की मौत की खबर सुनकर 80 वर्षीय पत्नी ने भी तोड़ा दम
- गाजे बाजे के साथ सैकड़ो लोगों की उपस्थिति में दोनों का अंतिम संस्कार
मोतिहारी न्यूज : मोतिहारी में एक अजब प्रेम की गजब कहानी देखने को मिली है। जहां एक 85 वर्षीय पति की मौत की खबर सुनकर उसके 80 वर्षीय पत्नी की भी मौत हो गई। जिसके बाद लोग इसे अजब प्रेम की गजब कहानी मान रहे है और सभी इस अमर प्रेम की दुहाई दे रहे हैं। कहते है न कि शादी जन्म जन्म का साथ होता है और मान्यता है कि शादी के समय लिए गए सात फेरे सात जन्मों का साथ होता है और ये कभी कभी अमर प्रेम बन जाते है। इसी का जीता जागता उदाहरण देखने को मिला।
मोतिहारी के दुमरियाघाट थाना क्षेत्र के अर्जुन छपरा गांव में रहनेवाले 85 वर्षीय सुकुल साह व उनकी 80 वर्षीय पत्नी शिवदेनि देवी में अटूट प्रेम था और दोनों के बीच कभी लड़ाई झगड़ा नही होता था। दोनों वर्षो से खुशी खुशी जीवन यापन करते थे। इसी बीच कुछ दिन पहले सुकुल साह की तबियत खराब हो गई तो परिजनों ने उनका इलाज मोतिहारी के एक निजी अस्पताल में करवाया और फिर गांव ले गए।
इसी बीच कल उनकी तबियत फिर से खराब हो गई, जिसके बाद उनके परिजन उन्हें पटना ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे, तभी उनकी मौत हो गई। परिजनों ने उनकी मौत की खबर उनकी पत्नी से छुपाना चाहा लेकिन पत्नी को किसी माध्यम से उनकी मौत की खबर लग गई और उसी समय उन्होंने भी अपने प्राण त्याग दिया । दोनों की मौत की खबर से परिवार व गाँव समाज में मातम पसर गया और लोग उनके अमर प्रेम की दास्तान एक दूसरे को सुनाने लगे और ये खबर पूरे जिले में फैल गई।
वहीं दोनों की मौत के बाद एक ओर जहां परिजनों में हाहाकार मच गया और रो रो कर उनका बुरा हाल हो गया। इसी बीच उनके परिजनों ने दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ करने का निर्णय लिया। जिसके बाद गाजे बाजे के साथ सैकड़ो लोगों की उपस्थिति में दोनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया।
वहीं इस संबंध में मृतकों के पुत्र हरेंद्र कुमार ने बताया कि कल उनके पिता की तबियत अचानक खराब हो गई थी और मोतिहारी में इलाज करवाने के बाद पटना ले जाने की तैयारी चल ही रही थी तभी उनकी मौत हो गई और इस खबर को सुनकर उनकी मां की भी मौत हो गई है। जिनका अंतिम संस्कार एक ही चिता पर हिन्दू रीति रिवाज के साथ किया गया। वही इस हृदयविदारक घटना को देख कर और सुनकर सबकी आंखे नम हो गई और ये जोड़ी एक अटूट प्रेम की मिसाल बन गई।